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अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

प्रशासनिक अधिकारियां को गाड़ियों के चेक करने पर अड़े सपाई

  • सपा नेता ने प्रशासनिक अधिकारियों को पर लगाए आरोप 
  • सपाईयों को पुलिस ने खदेड़ा, मची अफरा-तफरी

बांदा। जिले चारों विधानसभा सीटों के लिए मंडी परिषद में मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई है। इधर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गड़बड़ी रोकने के लिए लगातार पहरेदारी कर रहे थे। इसी दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी  रोककर चेक करने पर अडें सपाइयों को पुलिस ने खदेड़ दिया है। यहां बताते चलें कि प्रदेश के कई जनपदों में ईवीएम को लेकर समाजवादी पार्टी सतर्क हो गई है। 

आधी रात से ही मंडी परिसर के बाहर पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय करण सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहरेदारी कर रहे हैं ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न होने पाए। सपाई प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों की भी चेकिंग करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी दौरान बुधवार को इसी बात को लेकर अपर एसपी और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हो गई। बाद में पुलिस ने बवाल काट रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को खदेड़ कर भगा दिया और बवाल काटने की कोशिश कर रहे सपाइयों से निपटने के लिए पुलिस मंडी के आसपास सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया है। 

इस बीच मतगणना में गड़बड़ी रोकने के लिए प्रभारी बनाकर भेजे गए सपा नेता अजय राज ने कहा कि गाड़ियों में ईवीएम इधर-उधर करके अधिकारी योगी सरकार के सामने अपने आप को हितेषी दिखा रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी तरह की गड़बड़ी होने पर सपा के कार्यकर्ता आंदोलित होकर लाठी-डंडे गोली खाने के लिए तैयार हैं पर किसी भी कीमत पर गड़बड़ी नहीं होने देंगे। इस मौके पर सपा प्रत्याशी विशम्भर सिंह यादव, किरन वर्मा, जिलाध्यक्ष विजय करन यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष सैय्यद इमरान अली राजू आदि मौजूद रहे।

पूरी निष्पक्षता के साथ सम्पन्न करायें मतगणना प्रक्रियाः प्रेक्षक

  • आज मण्डी समिति में होगी विधानसभा चुनाव की मतगणना

बांदा। विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 को होने चारों विधानसभा तिन्दवारी विधानसभा, बांदा सदर विधानसभा, बबेरू विधानसभा तथा नरैनी विधानसभा की मतगणना कल 10 मार्च, 2022 को प्रातः 08ः00 बजे से मण्डी समिति बांदा में सम्पन्न होगी। मतगणना सम्बन्धित प्रशिक्षण जनपद के पं0जे0एन0पी0जी0 कॉलेज बांदा में मतगणना पर्यवेक्षकों, सहायकों एवं माइक्रोआबजर्वरों का द्वितीय र्प्रशिक्षण पर्यवेक्षकगणों बांदा विधान सभा के प्रेक्षक हर्षदीप श्रीराम काम्बले, तिन्दवारी विधान सभा के प्रेक्षक संजीव कुमार, बबेरू विधान सभा के प्रेक्षक अशोक कुमार, नरैनी विधान सभा के प्रेक्षक श्रीमती विनीता एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पटेल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यर्क्रम में कार्मिक प्रभारी/मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे एम0पी0सिंह, कार्मिक टीम प्रभारी संजीव सिंह बघेल, समस्त विधानसभाओं के ए0आर0ओ0 एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। 

मतगणना कार्मिकों का प्रशिक्षण पी0पी0टी0 के माध्यम से विस्तृत रूप से चरणबद्ध प्रक्रिया के अनुसार सम्पादित कराया गया। डाक मतपत्रों की गणना, ई0टी0पी0बी0एस0 की स्कैनिंग एवं वी0वी0पैट की गणना के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से प्रशिक्षित किया गया। प्रेक्षक तिन्दवारी संजीव कुमार द्वारा सम्बोधित किया गया कि आप सभी से अपेक्षा है कि मतगणना प्रक्रिया पूरी निष्पक्षता के साथ सम्पन्न करायेंगे तथा मतगणना कार्मिकों के द्वारा गण्ना प्रक्रिया से पूंछे गये प्रश्नों का जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा संकाओं का समाधान किया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि मतगणना स्थल पर किसी भी प्रकार के फोन, टैबलेट, कैलकुलेटर, घडी, कैमरा आदि लेकर जाना गणना परिसर में वर्जित है।

धूम्रपान से खुद बचें, और दूसरों को भी बचाएं

  • सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान न करने की दिलाई शपथ
  • नो स्मोकिंग डे पर चला हस्ताक्षर अभियान

बांदा। धूम्रपान न सिर्फ करने वाले बल्कि दूसरों  के लिए भी नुकसानदेह है। यह एक साइलेंट किलर के रूप में है। इससे हर किसी को बचना चाहिए। इसके साथ ही अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि वह धूम्रपान छोड़कर स्वस्थ जीवन जी सकें। यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में हस्ताक्षर अभियान के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्वत ने कहीं। सीएमओ ने कहा कि धूम्रपान की लत जिसे लग जाती है, वह जल्दी छूटती नहीं है, लेकिन इस लत से छुटकारा दिलाना बहुत ही जरूरी है। धूम्रपान करने वाला समय से पहले ही बूढ़ा हो जाता है और तमाम बीमारियों घेरने लग जाती हैं। एसीएमओ डा. आरएन प्रसाद ने कहा कि हर साल देश में बड़ी तादाद में लोगों की मौत धूम्रपान के कारण ही होती है। उन्होंने कर्मचारियों को सजग करते हुए कहा कि फेफड़ों का कैंसर, सांस संबंधी समस्याएं, मधुमेह का खतरा, प्रजनन क्षमता पर दुष्प्रभाव, डिमेंशिया आदि का खतरा धूम्रपान के कारण ही होता है। 

उन्होंने कहा कि वह अपने मित्रों और परिचितों को धू्म्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराएं। इस मौके पर तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला सलाहकार डा. रामवीर सिंह, राधा शर्मा, अरविंद कुमार इत्यादि मौजूद रहे। जिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसएन मिश्रा के नेतृत्व में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। सीएमएस ने कहा कि अस्पताल परिसर में कोई भी स्वास्थ्य कर्मी सिगरेट व तंबाकू का सेवन न खुद करेगा और न ही मरीजों व तीमारदारों को करने देगा। इस मौके पर महिला अस्पताल की सीएमएस डा. सुनीता सिंह, साइक्लोजिस्ट डा. एलके यादव, डा. एसडी त्रिपाठी, डा. अभिनव, डा. हरदयाल, डा. आरके गुप्ता, डा. चारू गौतम, डा. आदित्य, डा. एचएन सिंह, डा. सविता, डा. संजीव, फार्मेसिस्ट, नर्सिंग स्टाफ, वार्ड ब्वाय, पैरामेडिकल स्टाफ इत्यादि उपस्थित रहे।

घर-घर टीबी रोगी खोज को शुरू हुआ अभियान 

  • 22 मार्च तक चलेगा सघन टीबी रोगी खोजो अभियान
  • मुख्य चिकित्साधिकारी ने अभियान का लिया जायजा 
  • 80 टीमें लगीं, 16 सुपरवाइर करेंगे मानीटरिंग 

बांदा। जनपद में सघन टीबी रोगी खोजो अभियान (एसीएफ) की शुरुआत हो गई। जनपद की 20 फीसदी आबादी के बीच स्वास्थ्य विभाग की 80 टीमें टीबी रोग से ग्रसित मरीजों की खोजबीन करेंगी। जिनमें टीबी की पुष्टि होगी, उनका उपचार शुरू कराया जाएगा। अभियान 22 मार्च तक चलेगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुधाकर पांडेय ने श्रीनगर पीएचसी के आसपास निरीक्षण किया। सीएमओ डा. पांडेय ने बताया कि केंद्र सरकार 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने के अभियान में काम कर रही है। टीबी एक संक्रामक रोग है जो तेजी से फैलता है। सरकारी अस्पतालों में पहले कि अपेक्षा अब टीबी का अच्छा उपचार उपलब्ध है। मरीज को टीबी की पुष्टि होते ही नियमित तौर पर दवा का सेवन करते हुए डाक्टर के संपर्क में रहना चाहिए। इलाज में हीलाहवाली की वजह से टीबी रोग बिगड़ जाता है, जिससे मरीज की दिक्कत बढ़ जाती है। 

लगातार दवा का सेवन करने से टीबी को हराया जा सकता है। टीबी रोगियों को खानपान के लिए शासन द्वारा निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपए भी प्रदान किए जाते हैं, जो इलाज की अवधि के दौरान प्रत्येक माह खाते में भेजे जाते हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. जीआर रत्मेले ने बताया कि कुल आबादी में से 2.07 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। 80 टीमें की निगरानी को 16 सुपरवाइजर लगाए गए हैं। प्रत्येक टीम में तीन सदस्य रखे गए हैं। लगातार दो सप्ताह तक खांसी आना, बुखार का बना रहा, वजन का काम होना, भूख न लगना टीबी के शुरुआती लक्षण होते हैं। ऐसी शिकायत होने पर तत्काल टीबी की जांच करानी चाहिए। 

रोज 50-70 घरों में तलाशे जाएंगे मरीज : जिला कार्यक्रम समन्वयक नरेंद्र सिंह ने बताया कि एक टीम को हर दिन 50-70 घरों में जाकर रोगियों को खोजेगी। टीम के हर सदस्य को रोजाना 150 रुपये दिए जाएंगे। धनात्मक क्षय रोगियों को खोजने वाली टीम को 600 रुपये प्रति टीम के हिसाब से भुगतान होगा। उन्होंने बताया कि जो भी रोगी खोजे जाएंगे, उनका निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण करने के बाद उनका इलाज भी शुरू किया जाएगा। साथ ही क्षय रोगियों को भी उनके खाते में 500 रुपये की पोषण राशि दी जाएगी। यह राशि तब तक दी जाएगी, जब तक उसका इलाज चलेगा। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वह टीम को सही जानकारी दें।

वन संपदा को बचाने के लिए प्लाई वुड में तकनीकी ज्ञान जरूरीः खली

  • 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मे मलेशियायी वैज्ञानिक ने साझा किये अपने ज्ञान 

बांदा। बांदा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बांदा 03 मार्च से 23 मार्च, 2022 तक 21 दिवसीय आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। आज कार्यक्रम मे तीन तीसरे विषय की शुरुआत में, 3 प्रख्यात वैज्ञानिकों ने वन संसाधनों के व्यावसायिक महत्व पर अपने व्याख्यान दिए। प्रथम व्याख्यान भारत के प्रति’ठत वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के वरिष्ठ वैज्ञानिक डी.पी.खली ने प्लाईवुड उद्योगों की निर्माण प्रक्रिया और मिश्रित उद्योगों में गैर-व्यावसायिक एवं तेजी से बढने वाली विभिन्न पेड के प्रजातियो का प्लाई वुड उद्योग मे कुशल उपयोग पर विस्तृत विचार विमश किया। श्री खली ने भविष्य मे वैश्विक बाजार मे प्लाई वुड की बढती मांग को देखते हुए एवं वन संपदा को बचाने के लिये इस तकनिकी का उपयोग सर्वात्तम साबित होगा। 

पुत्रा विश्वविद्यालय, मलेशिया के प्रो0 डा मोहम्द जावेद ने अपने शोध अनुभव को वैज्ञानिको को के साथ साझा किया। डा0 जावेद ने वर्तमान परिस्थिती एवं बाजार मे वानिकी महाविद्यालय  के वैज्ञानिको एवं प्रशिक्षणर्थियो से शोध कार्या की विस्तृत चर्चा कि। डा0 जावेद ने विश्व के नामचीन एवं शोध प्रत्रिकाओ मे शोध अभिलेख प्रकाशित करने संबंधित व्ख्यान दिया साथ ही उनहोने बताया कि नयी शोध तकनिकियो को अपनाकर शोधकर्ता उसे प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित करें, जिससे अन्य शोधकताओं को लाभ प्राप्त हो सकें। डा0 जावेद विश्व के शीर्ष ख्यातीप्राप्त शोधकताओ के 02 प्रतिशत के बीच प्रतिष्ठित वैज्ञानिको में से एक है। उन्होने वैज्ञानिको को शोध निष्कर्षा को प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहित एवं प्रेरित किया है। 

डा0 अरूण गुप्ता, पहांग विश्वविद्यालय, गम्बांग, मलेसिया के प्राध्यापक ने समग्र प्रौद्योगिकी में उन्नति विषय पर व्याख्यान दिया। डा0 गुप्ता ने वर्तमान में उपयोग में लाये जा रहे, लीग्निन आधारित, सोया आधारित गोंद (एण्डहेसिब) जैसे एण्डहेसिब पर भी चर्चा की। साथ ही उन्होने बताया कि पेट्रोलियम, यूरिया व फार्मनडिहाईड आधारित एण्डहेसिब को भविष्य में प्रतिस्थापन किया जा सकता है, जोकि पर्यावरण के अनुकूल नही है। प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम निदेशक, डा0 एैश्वर्य महेश्वरी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया, इस अवसर पर डा0 मो0 नासिर, डा0 कौशल सिंह, डा0 अरविन्द कुमार गुप्ता व इं0 संजय कुमार उपस्थित रहें।

डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ रेण्डमाइजेशन

बांदा। चारों विधानसभाओं के प्रेक्षक गणों 235-बांदा विधान सभा के प्रेक्षक हर्षदीप श्रीराम काम्बले, तिन्दवारी-232 विधान सभा के प्रेक्षक संजीव कुमार, 233-बबेरू विधान सभा के प्रेक्षक अशोक कुमार, 234-नरैनी विधान सभा के प्रेक्षक श्रीमती विनीता एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पटेल की अध्यक्षता में सेकेण्ड काउन्टिंग पर्सनल रेण्डमाइजेशन सर्किट हाउस सभागार में सम्पन्न हुआ। जिसमें उप जिला निर्वाचन अधिकारी उमाकान्त त्रिपाठी, कार्मिक प्रभारी/मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी बीके शर्मा, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजीव सिंह बघेल सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

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